![]() |
Bangladesh Quota आंदोलन जिसमें 25 छात्र का मौत हुआ |
लेकिन अब गुरुवार को इस आंदोलन के चलते 80 से भी ज्यादा छात्र की मौत के बारे में सुनने मिल रहा था, यह आंदोलन रुकने का कहीं नाम ही नहीं रहा और भी भरे जा रहा है, और इसी कारण से बांग्लादेश मेडिकल कॉलेज और कुछ अस्पतालों मे करने वाले छात्र की संख्या 80 से भी ज्यादा का सुनने को मिल है,
और एक तरफ सोशल मीडिया पे इस आंदोलन से जुड़े वीडियो एक के बाद एक अपलोड होते जा रहा है,इससे हिंसा और भी बड़ा है बांग्लादेश मे, और यह आंदोलन बढ़कर के ढाका शहर रोहतक सीमित नहीं रखा जैसे,चट्टाग्राम,कोमिला, इन सभी शहरों में छात्रों की आक्रोश देखी जा रही है,बांग्लादेश ढाका की पुलिस रास्ते पर उतर के इन आंदोलनकारी रोकने के दौरान उन हाथों में कुछ छात्र की मौत भी हो जाती है,
ए ए फफी नामक संस्था ने रिपोर्ट जारी किया है की पूरे बांग्लादेश में मरनेवाले वाले की संख्या 25 बताया गया है लेकिन मारने वाले की संख्या उससे ज्यादा है, आप लोगों को यह जानकर आश्चर्य होगा उन छात्रों पर गोली चलाने वाला और कोई नहीं बांग्लादेश के ढाका शहर का पुलिस वाले थे, इस हादसा से बहुत लोगों ने अपना बेटा को खो दिया, और अगर इसी तरह से चला रहा तो आगे का परिस्थिति और भी खराब हो सकती है,
आप लोगों को जानकारी बहुत ही आश्चर्य होगा The indian express रिपोर्ट के अनुसार कोटा आंदोलन में मरने वाले छात्र की उम्र ज्यादा तर 15 साल, 18 साल, और 22साल, की बीच में है।
बांग्लादेश में अब तक क्या हुआ है?
देश के शीर्ष फाउंडेशन ढाका कॉलेज के छात्रों ने 1 जुलाई को प्रदर्शन शुरू किया, और बाद में वे अन्य टिप टॉप कॉलेजों में फैल गए। बिना राय के जांचकर्ता जाहिद उर रहमान ने कहा कि विरोध प्रदर्शन उस समय बर्बर हो गया जब सत्तारूढ़ पार्टी अवामी एसोसिएशन के समर्थक विंग के लोगों ने गैर-अनुरूपतावादियों पर हमला करना शुरू कर दिया। श्री रहमान ने कहा कि महिला छात्रों पर समूह के हमले ने परिस्थिति को और भड़का दिया।
स्वतंत्रता सेनानी quota क्या है?
आनंदबाजार पत्रिका के अनुसार:इससे पहले 2018 में, राष्ट्र इसी तरह के मुद्दे पर परेशान था। करदाता समर्थित संगठन में भर्ती होने के कारण, 56% सीटें बच गईं और 44 प्रतिशत सीटें समग्र आबादी के लिए आयोजित की गईं। 56% में से, 30% राजनीतिक असंतुष्टों के परिवार के सदस्यों के लिए, 10% महिलाओं के लिए, 10% विभिन्न क्षेत्रों के लिए, 5% आदिवासियों के लिए और 1% विकलांगों के लिए आयोजित किए गए थे।
सभी भारतवासी से अनुरोध है जो भी बांग्लादेश ट्रैवल करने की सोच रहे हैं तो वह बिल्कुल भी ना करें अभी क्योंकि बांग्लादेश का आप लोग देख चुके हैं की कितनी बुरी हालत है तो इस समय आप लोग इसे बायकोर्ट करें,
WhatsApp Group
Join Now
Telegram Group
Join Now
|